आखिर क्यों है मल्टी ऐसेट निवेश एक स्मार्ट विकल्प -रतन मोटवानी
रायपुर। पिछले दिनों चुनाव परिणामों को लेकर इक्विटी बाजार कुछ दिनों तक अस्थिर बना रहा । हालांकि उसके बाद जैसे ही सरकार गठित हुई है फिर से शेयर बाजार अपने नए सोपान स्थापित कर रहा है , परंतु इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वैश्विक स्तर पर भी भू राजनीतिक तनाव और धीमी वैश्विक वृद्धि के साथ मिलकर इसने अस्थिरता की संभावना को बढ़ा दिया है। जिससे निवेशकों का विश्वास और बाजार का प्रदर्शन बीच-बीच में प्रभावित होता रहता है। ऐसे अस्थिर बाजार के माहौल में जब निवेश करने की बात आती है तो मल्टी ऐसेट निवेश दृष्टिकोण काम आता है । इस रणनीति में कई एसेट क्लास में निवेश करना एसेट को एक ही जगह पर केंद्रित करने से बचकर जोखिम को कम करना और निवेश को किसी एक एसेट क्लास में अचानक गिरावट से सुरक्षित रखना शामिल है।
इस बात पर जोर दिया जाना चाहिए कि बाजार अलग-अलग जोखिमों के अधीन है इसमें सूक्ष्म ,स्थूल , घरेलू या अंतरराष्ट्रीय जोखिम कारण हो सकते हैं एसे में इक्विटी, डेट, कमोडिटी, जैसे विभिन्न असेट्स क्लास में निवेश करने से आपको सभी एसेट क्लास का एकमुश्त लाभ मिलता है जिससे परिणाम स्वरुप आपको अपने निवेश पर अधिकतम रिटर्न मिलता है। इसके अलावा हर एसेट क्लास एक ही तरह से स्थिति पर प्रतिक्रिया नहीं करता कुछ कमजोर दिख सकते हैं जबकि अन्य ऊपर की ओर जाते हुए दिख सकते हैं और यहीं पर मल्टी ऐसेट निवेश रणनीति अलग-अलग व्यवहार करने वाले एसेट क्लास के सार को पकड़ती है। और लंबे समय में अपेक्षाकृत स्थिर रिटर्न देती है दिलचस्प बात यह है कि मल्टी ऐसेट निवेश ने ऐतिहासिक रूप से साबित कर दिया है कि बाजार में संकट और अस्थिरता की बावजूद निवेदक अधिक अमीर बनते हैं।
इस रणनीति का लाभ उठाने के लिए सबसे अच्छा तरीका मल्टी ऐसेट म्युचुअल फंड चुनना है जिसमें एक प्रोफेशनल मनी मैनेजर आपकी ओर से जरूरी काम करता है जिससे आपका समय और ऊर्जा बचती है और आपको विभिन्न साइकिल्स में विभिन्न असेट्स के लाभों को प्राप्त करने में मदद मिलती है। इस कैटेगरी में सबसे पुराना उदाहरण आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल मल्टी ऐसेट फंड है 21 से अधिक वर्षों से ट्रैक रिकॉर्ड के साथ इस फंड की शुरुआत से ही 21.39 प्रतिशत का मजबूत रिटर्न दे रहा है, 31 मार्च 2024 तक फंड ने 1 वर्ष में 31.57 प्रतिशत का प्रभावशाली रिटर्न 3 वर्षों और 5 वर्षों में क्रमशः 22.24 प्रतिशत और 19.45 प्रतिशत का काफी अच्छा प्रभावशाली रिटर्न दिया है।
प्रदेश के जाने-माने म्युचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर सीएफपी रतन मोटवानी के अनुसार म्युचुअल फंड निवेशक इस बात को भलीभाँति समझ लें कि अलग-अलग समय पर अलग-अलग स्कीमों में निवेश करना और उसमें ऐसा लाभ प्राप्त करना कि जब बाजार कमजोर हो तो हम खरीदे और बाजार मजबूत हो तो हम बेचे यह दुष्कर कार्य है ऐसा वही लोग कर सकते हैं जो दिन-रात इस काम में लगे रहते हैं अतः हमें मल्टी ऐसेट स्कीम को अपना कर अपनी रिस्क को अपने जोखिमों को कम करने और रिटर्न को बढ़ाने में मदद मिलती है।