अपने पुत्र ओंकार पटेल को बचाने और ध्यान भटकाने वेदमती ने जारी किया बयान
वेदमती द्वारा प्रसारित समाचार का व्यापारी राजेश अग्रवाल ने किया खंडन।
रायगढ़ । वेदमती पटेल द्वारा कल सोशल मीडिया और प्रेस मीडिया में रायगढ़ के व्यापारी राजेश अग्रवाल को भू माफिया बताते निजी भूमि पर अतिक्रमण करने का आरोप लगा कर प्रसारित समाचार का खंडन करते हुए राजेश अग्रवाल ने बताया कि वेदमती ने अपने पुत्र ओंकार पटेल के विरुद्ध पुलिस थाना जूट मिल में हुए शिकायत के बाद अपने पुत्र का बचाव करने के लिए शिकायतकर्ता राजेश अग्रवाल के विरुद्ध शत प्रतिशत झूठा आरोप लगाते हुए विज्ञप्ति जारी की है ।
उल्लेखनीय है वेदमती का पुत्र ओंकार पटेल अनेकों आपराधिक मामलों का आरोपी है जो धोखाधड़ी और अपनी पत्नी के दहेज उत्पीड़न के प्रकरणों में जेल भी जा चुका है । वेदमती के पुत्र ओंकार ने अपने सहयोगियों के साथ दिनांक 19/12/2023 को राजेश अग्रवाल की भूमि पर विद्युत विभाग की स्वीकृति पश्चात लगाये जा रहे विद्युत खम्बों को जेसीबी से क्षतिग्रस्त कर दिया था एवं उपस्थित विद्युत ठेकेदार के कर्मियों सहित राजेश अग्रवाल के साथ झगड़ा झंझट, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने का अपराध किया था तथा दिन दहाड़े की गई ये गुंडागर्दी सीसीटीवी में भी रिकॉर्ड हुई है , जिसकी शिकायत पुलिस थाना जुटमिल में की गई है एवं जांच जारी है ।
राजेश अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी भूमि का व्यावसायिक उद्देश्य से डायवर्सन कराया है तथा किसी भी भूमि का डायवर्सन अनुविभागीय अधिकारी द्वारा पूरी छान – बीन और बारीकी से जांच के बाद ही किया जाता है
वेदमती ने एक दूसरी जमीन के मामले में तहसीलदार पुसौर के न्यायालय में राजस्व प्रकरण 39/ बी-121/2024 पेश किया था जो कि दिनांक 08/01/2024 को खारिज हो चुका है तथा दिनांक 09/01/2024 को वेदमती की जमीन का नाप करने पर यह पाया गया कि स्वयं वेदमती ने 4 डिसमिल भूमि पर अतिक्रमण किया है ।
राजेश अग्रवाल ने कहा कि वे कोई भू माफिया नहीं हैं । वे तो एक व्यापारी हैं जो अपनी भूमि पर लघु उद्योग स्थापित करना चाहते हैं। बल्कि ओंकार पटेल स्वयं एक भू माफिया हैं और शासकीय भूमियों पर अतिक्रमण करना उनका धंधा है। वे जिस प्रकरण कि बात कर रहे हैं वो दूसरी जगह का है उस स्थल का नहीं है जहां खंभों कि तोड़फोड़ कि गई है और वो दूसरा प्रकरण भी खारिज हो चुका है जिसकी प्रति संलग्न है। कल वेदमती पटेल माननीय तहसीलदार न्यायालय के निर्णय से निराश हो कर विज्ञप्ति द्वारा लोगों को गुमराह करने और मुद्दे से ध्यान भटकाने का असफल प्रयास किया है ।
दुष्प्रचार से पीड़ित राजेश अग्रवाल का कहना है कि एक उद्योग धंधा स्थापित होने से अनेक लोगों को रोजगार मिलता है एवं देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है लेकिन वेदमती के पुत्र ओंकार पटेल जैसे लोग व्यापारी वर्ग को ब्लैकमेल करके उद्योग स्थापित करने में तरह-तरह की अड़चन पैदा करके राष्ट्र विकास को बाधित करते हैं । इसलिए ऐसे अराजक तत्वों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही होनी चाहिए । उनके पास सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं कोई भी व्यक्ति उन्हें जब चाहे देख सकता है ।
राजेश अग्रवाल ने वेदमती के पुत्र ओंकार पटेल की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा है ।