चक्रधर समारोह में 10 वर्षीय पर्ल मोटवानी के शास्त्रीय गायन ने बांधा समां
रायगढ़। ऐतिहासिक चक्रधर समारोह 2023 में तीसरे दिन रायगढ़ की होनहार संगीत साधिका 10 वर्षीय पर्ल मोटवानी ने अपने शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति में राग जैजैवंती में बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल ,एवं तराना में जप रसना ,हरि नाम सुमिर ले,अब लौ ना आए मोरे सांवरिया ,की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों की तालियां और आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके संगीत गुरु श्री उग्रसेन पटेल जी ने मंच पर तबले पर संगत की।
समारोह के मंच पर उप जिलाधीश रेखा चन्द्रा एवं निगम पार्षद संजय देवांगन ने पर्ल को शॉल श्रीफल और मोमेंटो से सम्मानित किया।उल्लेखनीय है कि पर्ल मोटवानी रायगढ़ के बीमा व्यवसाय में ख्यात मोटवानी परिवार की सबसे
नन्ही सदस्य है
।
उसका लगाव शुरू से ही संगीत में ही रहा है। वह हारमोनियम, तबला, शास्त्रीय गायन, कत्थक नृत्य, में पारंगत है। बीमा अभिकर्ता मानिक मोटवानी एवं श्रीमती रिंकू मोटवानी की पुत्री पर्ल बहुमुखी प्रतिभा की धनी है यही नहीं वह पढ़ाई में भी अव्वल रहती है। पर्ल दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में कक्षा सातवीं की छात्रा है जहां वह हर सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेती है। और इस नन्ही सी उम्र में उसने दर्जनों प्रमाण पत्र और ट्राफियां हासिल कर ली है। कई मंचों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए उसने ऐतिहासिक चक्रधर समारोह में भी अपनी हिस्सेदारी निभाई है। पर्ल के पिता मानिक मोटवानी स्वयं एक मजे हुए गायक है। उनका कहना है कि पर्ल में यह खूबी जन्म से ही दिखनी शुरू हो गई थी। हमारा पूरा परिवार उसे उत्साहित करता है ताकि वहअपनी संगीत साधना कोआगे बढ़ाये और एक बड़े मुकाम तक पंहुचे। इस बार चक्रधर समारोह में स्थानीय कलाकारों को स्थान दिया गया उसके लिये उन्होंने रायगढ़ जिलाध्यक्ष श्री तारन प्रकाश सिन्हा ,जिला प्रशासन ,और कलाकार चयन समिति के प्रति तहेदिल अपना आभार प्रकट किया है।